सनातन हिंदू धर्म को ना सिर्फ आध्यात्मिक व धार्मिक माना जाता है, अपितु इसे वैज्ञानिक महत्व भी प्राप्त है। सनातन हिंदू धर्म में निहित क्रियाकलाप, विषय वस्तु, विचार आदि को विज्ञान भी मानता है और इनसे स्वयं को प्रेरित भी महसूस करता है।
सनातन धर्म में निहित धर्म ग्रंथ इसके नींव माने जाते हैं। ऐसे ही धार्मिक आध्यात्मिक व वैज्ञानिक ग्रंथों व शास्त्रों में से एक ज्योतिष शास्त्र भी है जिसका काफी अधिक महत्व माना जाता है।
ज्योतिष शास्त्र को खगोलीय दृष्टिकोण से वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित माना गया है तो वहीं आध्यात्मिक व धार्मिक दृष्टिकोण से इसका काफी महत्व माना जाता है।
यदि आज हम ज्योतिष शास्त्र को इसके धार्मिक महत्व के दृष्टिकोण से देखें, तो इसका विस्तार लोगों के लिए काफी सहायक व उपयोगी साबित हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र में निहित जानकारियां लोगों के लिए ना सिर्फ उपयोगी, बल्कि काफी मददगार भी साबित हो रही हैं। ऐसे ही कुछ खास ज्योतिषीय तत्वों में से आज हम बात करेंगे, व्यक्ति के जन्म के माह के अनुसार व्यक्ति के गुण, दोष, काबिलियत, खासियत, प्रकृति आदि के संबंध में।
दरअसल ज्योतिष शास्त्र में ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति के जन्म की तिथि, माह, स्थान, ग्रह गोचर की स्थिति, नक्षत्र, जन्म समय आदि के माध्यम से व्यक्ति के गुण, स्वभाव व प्रकृति आदि का अध्ययन किया जा सकता है और ज्योतिष शास्त्र में इससे जुड़े कई ऐसे तथ्य भी निहित है। तो इसी कड़ी के मध्य आज हम जानेंगे माह मई में जन्मे जातकों के संबंध में।
आज हम यहां जानेंगे मई माह में जन्म लेने वाले जातक में क्या कुछ खास काबिलियत व विशेषताएं होती है, इन जातकों के अंदर क्या कमियां होती है। साथ ही हम यह भी जानेंगे कि इन जातकों में क्या कुछ खास प्रकृति होती है। तो आइए जानते हैं मई माह में जन्म लेने वाले जातक का कैसा होता है स्वभाव, हाव-भाव और इनके क्रियाकलापों का प्रभाव।
स्वभाव से होते हैं हँसमुख
मई माह में जन्म लेने वाले जातक काफी सौम्य विचारधारा के होते हैं। इनके अंदर धैर्य तथा गंभीरता बरकरार रहती है। यह अपने आपको अधिक से अधिक खुश रखते हैं और अपने सौम्य व सरल स्वभाव से दूसरों के चेहरे पर भी मुस्कुराहट बरकरार रखते हैं। यह किसी भी विषय वस्तु को लेकर प्रतिक्रिया प्रदान करने से पहले थोड़ा सोच विचार लेते हैं, तत्पश्चात ही अपनी ओर से प्रतिक्रिया प्रदान करते हैं। इनका स्वभाव हंसमुख प्रकृति का होता है, किंतु यह आंतरिक तौर पर फैसला लेने में थोड़े गंभीर भी होते हैं।
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इनका क्रोध पर काफी हद तक रहता है नियंत्रण
मई माह में जन्म लेने वाले जातक के अंतर क्रोध का भाव तो अति शीघ्र आ जाता है, किंतु इसे यह प्रदर्शित करने में थोड़ी समझदारी दिखाते हैं। यह अपने क्रोध को प्रायः अपने अंदर ही दबा लेते हैं या फिर आवश्यक स्थानों पर ही बाहर निकलने देते हैं जिस वजह से इनके स्वभाव में सादगी दिखती है। ऐसे जातक सोच-समझकर अपने कदम आगे बढ़ाते हैं। यह रणनीतियों के साथ अपने कार्य करना पसंद करते हैं। यह अपने क्रोध पर काफी हद तक नियंत्रण बरकरार रखने का प्रयास करते हैं और अनायास ही किसी के भी समक्ष फिजूल की बातें नहीं करते।
साहित्य कला के प्रति इनका होता है खास रुझान
मई माह में जन्म लेने वाले जातकों का साहित्य, कला व रचनात्मक कार्यों को लेकर काफी अधिक रुझान रहता है। ऐसे जातक नई-नई कहानियों को पढ़ने में अथवा कविताएं लिखने में एवं अन्य रचनात्मक कार्य करने में काफी अधिक सक्रिय रहते हैं। यह जातक कलाप्रेमी होते हैं, इनके अंदर कुछ नया सीखने और बेहतर करने का जुनून होता है। यह काफी गंभीरता से चीजों को परखने का प्रयास करते हैं। इनका काफी समय अध्ययन, अध्यापन आदि में गुजरता है। यह नए-नए साहित्य और नई-नई पुस्तकों को पढ़ना काफी पसंद करते हैं।
इनका साहित्य कला के अतिरिक्त अन्य रचनात्मक कार्य जैसे नृत्य, संगीत, पेंटिंग आदि के प्रति भी काफी रुझान होता है। यह मीडिया, प्रॉपर्टी डीलिंग, नाटक, सिनेमा, एक्टिंग, एंकरिंग, भाषण बाजी आदि जैसे कार्य के प्रति अधिक सक्रिय होते हैं और ऐसे कार्य में खूब रूचि लेते हैं।
इनकी कल्पना शक्ति होती है काफी तीक्ष्ण
यह जातक काफी कल्पनाशील होते हैं। यह परिस्थितियों को सोचकर काल्पनिक चित्रण अति शीघ्र कर लेते हैं। यह तथ्यों को भापने में काफी समझदार होते हैं। किसी के द्वारा बताई गई बातें इन्हें काफी जल्दी समझ आ जाती है और यह मूल परिस्थिति के भाव तक पहुंच जाते हैं जिससे इनके अंदर निर्णय लेने की क्षमता भी विकसित होती है। यह परिस्थिति के अनुसार स्वयं में तत्काल राय भी बना लेते हैं। किसी भी विषय वस्तु को लिखने-पढ़ने में यह अपने मन में एक काल्पनिक चित्रण कर आगे बढ़ते हैं जिससे यह चीजों को कम भूलते हैं।
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मई माह में जन्मे जातक होते हैं काफी रोमांटिक प्रकृति के
ऐसा माना जाता है कि मई माह में जन्म लेने वाले जातक काफी रोमांटिक प्रकृति के होते हैं। यह गुण इनके अंदर इनके ग्रह गोचरों के स्थितियों के कारण विद्यमान होता है। दरअसल इस माह में जन्म लेने वाले जातक पर शुक्र ग्रह का अधिक प्रभाव रहता है और ऐसा माना जाता है कि शुक्र ग्रह प्रेम, काम-वासना आदि के प्रतीक होते हैं, इस वजह से यह प्राकृतिक तौर पर प्रेम भाव को लेकर अधिक सक्रिय होते हैं। हालांकि इनके प्रेम संबंध अधिक समय तक नहीं टिकते हैं।
इन जातकों के अंदर होती है यह कमियां
मई माह में जन्म लेने वाले जातक स्वयं में काफी अधिक जिद्दी स्वभाव के होते हैं। इनका जिद्दीपन कई बार इन्हें गलत मार्ग और भी प्रेरित कर देता है जिस वजह से इन्हें नुकसानदायक स्थितियों का सामना करना पड़ता है। पर बावजूद इसके यह अपने इस स्वभाव में सुधार लाने का प्रयास नहीं करते हैं।
ऐसे जातक अपने अंदर के क्रोध को कम दर्शाते हैं और अंदर ही अंदर लोगों के प्रति ईर्ष्या द्वेष की भावना बना लेते हैं जिससे उनके मन में शत्रुता का भाव अधिक देखने को मिलता है। अपनी गंभीरता के पीछे कई बार अपने मन के नकारात्मक स्वभाव को छुपा कर रखते हैं जिसे वक्त आने पर निकालते हैं।
मई माह में जन्म लेने वाले जातक अपने नकारात्मक पहलुओं को स्वीकार करने से बचते हुए नजर आते हैं और इस वजह से यह अपने मन की नकारात्मकता व अपने अंदर की कमियों पर कार्य नहीं करते हैं जिससे इन्हें कई प्रकार की कठिनाइयों व चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है।
इनके शब्द कई बार दूसरों के मन को काफी आहत करने वाले होते हैं। यह अपने शब्दों के घुमावदार दांवपेच से लोगों को भ्रमित कर अपने विचार, आवेश आदि द्वारा निकालते हैं जो कई बार इनकी प्रकृति को दूसरों के समक्ष उलझा कर पेश करती है और प्रायः लोग इनको लेकर गलत राय भी बना लेते हैं।
शुभ अंक
मई माह में जन्म लेने वाले जातकों के लिए शुभ अंक 2, 3, 7 और 8 है ।
शुभ रंग
यदि हम इन के लिए शुभ रंग की बात करें तो मई माह में जन्म लेने वाले जातकों को अधिक से अधिक सफेद, मेहंदी रंग, मरीन, ब्लू आदि जैसे रंगों का प्रयोग करना चाहिए, यह इनके लिए शुभकारी परिणाम दर्शाते हैं।
शुभ दिन
आपके लिए शुभ दिन रविवार, सोमवार और शनिवार माना गया है। यदि आप किसी भी महत्वपूर्ण या खास कार्य की शुरुआत कर रहे हैं, तो अपने लिए शुभ दिन अर्थात सोमवार, रविवार और शनिवार का चयन करें।
आपके लिए शुभ रत्नों में ब्लू टोपाज को काफी अधिक प्रभावी माना गया है, हालांकि रत्न आदि धारण करने से पूर्व जातकों को ज्योतिषीय परामर्श अवश्य ही ले लेना चाहिए।