नौकरी-कारोबार में सफलता पाने के लिए धारण करें ये रत्न

Wear these gemstones for success in job or business

अपने करियर में सफलता एवं तरक्की तो प्रत्येक मनुष्य पाना चाहता है और उसे प्राप्त करने के लिए पूरी लगन व मेहनत से कार्य भी करता है। हम सभी जानते हैं कि बिना मेहनत के किसी भी क्षेत्र में सफलता नहीं मिल सकती है, लेकिन पूर्ण परिश्रम एवं मेहनत के बाद भी असफलताएं ही हाथ लगती हैं या मेहनत के अनुकूल सफलता प्राप्त नहीं होती है तो ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार जातकों के लिए रत्नों का धारण करना अत्यंत शुभ माना गया हैं। रत्न धारण करने से जातकों को नौकरी-कारोबार में सफलता तो मिलती ही है, साथ ही जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है एवं भाग्योदय होता है क्योंकि रत्न हमारे दैनिक जीवन में अत्यंत प्रभाव डालते हैं।

ज्योतिषी के अनुरूप रत्न धारण करने वाले जातकों के कमजोर ग्रह मजबूत होते हैं। रत्न धारण करना ज्योतिषों के मुताबिक इस बात पर निर्भर करता है कि जातक किस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं या फिर वे किस क्षेत्र में बेहतर सफलता पाना चाहते हैं, अतः जातकों को उनके अनुकूल ही रत्न धारण करना चाहिए।

प्रत्येक कार्य क्षेत्र के लिए अलग-अलग रत्न पहनना लाभकारी व शुभ होता है तो आइए जानते हैं कि नौकरी-कारोबार में सफलता पाने के लिए कौन सा रत्न धारण करना लाभकारी सिद्ध होगा।

पुखराज रत्न

पुखराज रत्न चिकना, चमकदार, पारदर्शी, शानदार एवं व्यवस्थित किनारे वाले रत्न होते हैं। इस रत्न में फ्लोरीन एल्युमिनियम सहित सिलिकेट खनिज होते हैं। पुखराज रत्न पीले रंग का होता है। पुखराज रत्न अत्यधिक मूल्यवान् होते हैं और इनकी कार्य क्षमता अन्य रत्न की तुलना में कई गुना अधिक होती है। शास्त्रों के अनुसार पुखराज रत्न धारण करने वाले जातकों के जीवन में अनेक प्रकार की परेशानियां दूर होती है, खासकर आर्थिक परेशानियां। ज्योतिषों मान्यता के अनुसार पुखराज धारण करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार पुखराज रत्न देव गुरु बृहस्पति का रत्न माना गया है, अतः इस रत्न को धारण करने वाले जातकों का बृहस्पति मजबूत होता है।

बृहस्पति देव जो कि ज्ञान, भाग्य, सुख-समृद्धि एवं खुशी का प्रतीक होते हैं, पुखराज रत्न गुरु बृहस्पति के प्रभाव को बढ़ाने वाला होता है। पुखराज रत्न धनु राशिमीन राशि वाले का प्रतिनिधित्व करता है। ज्योतिषी के अनुरूप पुखराज रत्न उन जातकों को धारण करना चाहिए जो प्रशासनिक क्षेत्रों में, राजनीतिक क्षेत्रों में, उच्च प्रशासनिक क्षेत्रों में या एक सफल न्यायाधीश बनना चाहते हैं।

पुखराज रत्न से वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर व कुंभ राशि वाले जातकों के लिए धारण अशुभ व कष्टदायक माना गया है। पुखराज रत्न को विशेष पूजा-पाठ के पश्चात ही धारण करना चाहिए।

माणिक्य

अग्नि ग्रह की प्रधान राशि है सूर्य तथा सूर्य का प्रमुख रत्न माणिक्य होता है। माणिक्य रत्न कुरूंदा समूह का रत्न है और मुख्य रूप से एल्यूमीनियम ऑक्साइड है। माणिक्य रत्न अधिक शक्तिशाली है और आँखों की हड्डियों, ह्रदय तथा नाम-यश पर सीधा एवं सकारात्मक असर डालता है। वैसे तो माणिक्य कई रंगों का होता है लेकिन ज्योतिषी के अनुरूप गुलाबी रंग के माणिक्य को अत्यंत सर्वोत्तम एवं सौभाग्यशाली माना गया है। माणिक्य रत्न तुरंत प्रभावशाली होने वाला रत्न हैं। माणिक्य रत्न धारण करने वाले जातकों में साहस की वृद्धि होती है। इस रत्न को धारण करने वाले जातकों का चेहरा लाभ होने पर चमकने लगता है, साथ ही उसके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है। शास्त्रों के अनुसार यदि जातक प्रशासनिक क्षेत्रों व राजकीय कार्य में विशेष लाभ और सफलता पाना चाहते हैं, तो माणिक्य रत्न का धारण करना बेहद लाभकारी माना गया है। माणिक्य रत्न का मेष, सिंह और धनु लग्न वाले जातकों का धारण करना अत्यंत शुभ माना गया है। माणिक्य रत्न को सोने या ताँबे में  धारण करना शुभ होता है। माणिक्य रत्न को अनामिका उंगली या गले में रविवार की दोपहर के समय धारण करना चाहिए।

ज्योतिषों के अनुरूप कन्या, मकर, मिथुन, तुला और कुंभ लग्न वाले जातकों का मानिक रत्न धारण करना खतरनाक माना गया है। माणिक्य रत्न के साथ हीरा, ओपल, नीलम और गोमेद रत्न धारण नहीं करना चाहिए।

मूंगा

मूंगा एक जैविक लकड़ी है जिसे साफ-सफाई एवं पाॅलिस कर तराशा जाता है, फिर दो शक्लों में आकार दिया जाता है। एक ओवल (कैप्सूल साईज) एवं दूसरा ताकना साईज। मूंगा रत्न ज्यादातार इन्हीं दो आकारों में मिलता है। मूंगा रत्न सूर्य लाल व सिंदूरी रंग में मिलता है। मूंगा रत्न 90 से 250 रूपये तक में आकार व वजन के हिसाब से एक कैरट यानी 200 मिलीग्राम तक मिलता है। बड़ा मूंगा रत्न वजनदार व महंगा भी हो सकता हैं। मूंगा रत्न को मंगल ग्रह का रत्न माना जाता है। मंगल ग्रह साहस,बल एवं ऊर्जा देने वाला ग्रह माना जाता है। मंगल ग्रह पेट्रोल, सेना, पुलिस, राजनीति, जमीन-प्रापर्टी आदि कार्यों का प्रतिनिधित्व करने वाला ग्रह माना जाता है।

अग्नि तत्व प्रधान राशि मेष और जल तत्व प्रधान राशि वृश्चिक का मूंगा रत्न धारण करना अत्यंत शुभ व लाभकारी माना गया है। मूंगा रत्न को चांदी, तांबा एवं सोना धातुओं में स्थिति अनुसार पहना जाता है। मूंगा रत्न को तर्जनी, मध्यमा व अनामिका ऊंगली में धारण किया जाता हैं। शास्त्रों के अनुसार जो जातक अपना करियर विशेषकर पुलिस, राजनीति  या फौज में बनाना चाहते हैं, उनके लिए मूंगा धारण करना अत्यंत फायदेमंद एवं महत्वपूर्ण माना गया है।

पन्ना रत्न

शास्त्रों के अनुसार बुध ग्रह का रत्न पन्ना को माना गया है। पन्ना रत्न हल्के से गहरे रंग का होता है। पन्ना रत्न को धारण करने वाले जातक को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यह रत्न मुख्यतः पांच रंगों में पाया जाता है - तोते के पंख के समान रंग, पानी के रंग के समान रंग, सरेस के पुष्प के समान रंग, मयूरपंख के समान रंग एवं हल्के सदुल पुष्प के समान रंग।

पन्ना रत्न अत्यंत नर्म पत्थर व मूल्यवान पत्थरो में से एक है। पन्ना रत्न का धारण करने से अनिश्चितता, निश्चितता में बदल जाती है। विद्यार्थी वर्ग अगर पन्ना धारण करें तो इन जातकों की बुद्धि तीक्ष्ण होती है। इसलिए जो जातक इनकम टैक्स, चार्टर्ड अकाउंटेंट, डाॅक्टर आदि सेक्टर में अपनी करियर बनाना चाहते हैं, उन जातकों को पन्ना रत्न धारण करना चाहिए। सरकारी नौकरी व कारोबार में सफलता पाने के लिए पन्ना रत्न धारण करना अत्यंत लाभप्रद माना गया है। यह रत्न रोगियों के लिए बलवर्धक, आरोग्दायक एवं सुख-सम्रद्धि देने वाला होता है।

शास्त्रों के अनुसार इन रत्नों के अतिरिक्त ओपल स्टोन, नीलम, गोमेद, हीरा, बैरूज, ब्ल्डस्टोन रत्न का राशि ग्रहों के अनुरूप धारण करना नौकरी-कारोबार में तरक्की एवं सफलता के लिए शुभ माना गया है।