शनि देव अगर किसी जातक पर क्रोधित होते हैं तो उसका जीवन बेहद कष्टकारी बना देते हैं, वहीं दूसरी ओर अगर किसी जातक से ये प्रसन्न होते हैं, तो उतना ही उसे सुख-समृद्धि प्रदान कर धनवान बना देते हैं। कहते हैं कि शनि की कुदृष्टि जिस भी जातक पर पड़ती है, उसके सभी स्वयं कार्य बिगड़ने लगते हैं और उसे अनेकों प्रकार के रोग और परेशानियों का बार-बार सामना करना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा तभी होता है जब किसी जातक की कुंडली में भगवान् शनि यदि अशुभकारी भाव में बैठे हो अथवा ये सब उस व्यक्ति के बुरे कार्यों का भी नतीजा हो सकता है, लेकिन दूसरी ओर शनि देव का शुभ प्रभाव पड़ने से जातक को थोड़े से परिश्रम करने पर ही हर प्रकार की कामयाबी और उन्नति प्राप्त होने लगती है।
शनि देव को सभी नौ ग्रहों में न्याय देव की उपाधि प्राप्त है, यानी ये जातकों को उनके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो जातक सदैव दूसरों की भलाई और अच्छे कार्य करते हैं, उन्हें शनि देव हमेशा शुभ फल प्रदान करते हैं, लेकिन वहीं दूसरी तरफ जो जातक बुरे कार्यों में हमेशा लीन रहते हैं, दूसरों का अहित करते हैं, शनिदेव उनके जीवन को कष्टों से भर देते हैं।
सभी 12 राशियों में से केवल कुछ ही ऐसी राशियां होती हैं जिन पर शनि भगवान की कृपा दृष्टि सदैव बनी रहती है। इसकी वजह यह है कि इन राशि के लोग सदैव अच्छे कार्य, परोपकार और परिश्रम करने पर ही भरोसा रखते हैं। इस वजह से इन पर शनि भगवान का आशीर्वाद सदैव बना रहता है। तो चलिए आज हम जानते हैं इन राशियों के विषय में जिन पर शनि भगवान का शुभ प्रभाव सदा बना रहता है।
तुला राशि
तुला राशि शनि भगवान की पसंदीदा राशि है। राशिचक्र में ये कन्या राशि के बाद यानी सातवें नंबर की राशि होती है। तुला राशि वालों के अधिपति भगवान शुक्र है। इस राशि के लोग बेहद परिश्रमी, परोपकार और ईमानदार प्रवृति वाले होते हैं। ये प्रतिभा के धनी और बेहद प्रभावशाली होते हैं। परिश्रमी स्वभाव होने के फलस्वपरूप इन लोगों पर भगवान शनि देव अपनी विशेष अपनी कृपा दृष्टि रखते हैं। इनकी किस्मत हमेशा इनका साथ देती है, वहीं दूसरी ओर इन राशि का अधिपति शुक्र होने की वजह से इनके जीवन में कभी भी सुख-समृद्धि की कमी नहीं आती है। अतः तुला राशि के जातकों को अपने ऊपर सदैव शनिदेव की शनि देव का आशीर्वाद बनाए रखने हेतु प्रतिदिन संध्या काल में शनि चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए, इससे भगवान शनि देव सदैव आपको शुभ फल प्रदान करेंगे। ये शनि को प्रसन्न करने के उपाय में एक है। इसके अलावा शनिवार के दिन केवल सात्विक भोजन ही ग्रहण करें, इस दिन मांसाहार अथवा घर के भोजन में लहसुन और प्याज का प्रयोग करने से बचे
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के अधिपति ग्रह स्वयं शनिदेव होते हैं, इस वजह से इनपर भगवन शनि की विशेष कृपा सदा बनी रहती है। कुंभ राशि के जातक शांति प्रिय होते हैं, साथ ही ये हमेशा जरूरतमंदों की सहायता करने हेतु तत्पर रहते हैं। इस कारण शनि भगवान इस राशि के जातकों से हमेशा खुश रहते हैं और इन्हें इनके जीवन को सरल और सुख-समृद्धि से भरपूर बनाने हेतु सहायता प्रदान करते हैं। इस राशि के जातकों को शनिदेव की कृपा दृष्टि पाने हेतु शनिदेव की पूजा आराधना करनी चाहिए, इसके साथ ही शनि के पिता यानी भगवन सूर्य की आराधना करना भी आपके लिए विशेष तौर पर फायदेमंद सिद्ध हो सकता है
मकर राशि
कुंभ राशि के अलावा शनि देव मकर राशि के भी अधिपति हैं, इसलिए इस राशि के लोगों पर भी हमेशा शनिदेव अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं। मकर राशि के जातक जीवन के हर प्रकार के सुख का भोग करते हैं। ये किस्मत के धनी होते हैं जिस वजह से इनके सभी कार्य बिना किसी रूकावट के संपन्न हो जाते हैं इस राशि के जातकों को शनिदेव की कृपा दृष्टि पाने हेतु अपने पर्स में हमेशा मोर का पंख रखना चाहिए, इसके अलावा हर शनिवार को शनिदेव की पूजा आराधना करना भी आपके जीवन से सभी कष्टों को दूर कर देगा।