रविवार को करें ये सात काम, दुनिया में बनेगी सूर्य समान पहचान

Things to do on Sunday that will build your identity

रविवार का दिन भगवान सूर्य का माना जाता है। भगवान सूर्य की वजह से ही सृष्टि की सभी गतिविधियां चलायमान है। इन्हें नवग्रहों का राजा माना जाता है। यह ब्रह्मांड की श्रेष्ठतम प्रकाश पुंज हैं। जिस भी व्यक्ति के ऊपर इनकी कृपा दृष्टि बरसती है, उसकी प्रतिष्ठा में कभी कमी नहीं आती है, साथ ही उस व्यक्ति के मुख पर सूर्य के समान तेज दिखता है जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। सूर्य के भक्तों के जीवन में कभी भी कोई संकट नहीं आता है।

जिनके ऊपर सूर्य की कृपा दृष्टि होती है, उनके जीवन पर नवग्रहों का कोई दोष नहीं लगता क्योंकि भगवान सूर्य नवग्रहों के अधिपति माने जाते हैं जिस कारण सूर्य भक्तों की कुंडली के नवग्रह उन्हें सदैव सकारात्मक परिणाम ही देते हैं। इसलिए यह नवग्रह दोष शांति के उपाय में एक प्रबल उपाय है। जिन जातकों की कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है, उनकी बौद्धिकता एवं कार्य कुशलता चारों ओर प्रख्यात होती है और इनके जीवन में कभी आर्थिक संकट उत्पन्न नहीं होता है।

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार सूर्य ग्रह का दिन रविवार का निर्धारित किया गया है। अर्थात रविवार के दिन भगवान सूर्य की उपासना-आराधना करने से यह अति शीघ्र प्रसन्न होते हैं एवं जातकों पर अपनी कृपा दृष्टि बरसाते हैं। तो आइए आज जानते है रविवार को अपनाने योग्य ये 7 खास बातें, जिनसे आप भी भगवान सूर्य के समान तेजस्वी यशस्वी एवं प्रखर हो सकते हैं।

क्या करें रविवार के दिन?

1. रविवार के दिन प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में जगे। अगर संभव हो तो किसी पवित्र नदी अथवा तालाब में स्नान करें, अन्यथा घर में ही नहाने के जल में गंगा जल मिश्रित कर लें। तत्पश्चात प्रातः काल में ही भगवान सूर्य को उनकी पहली लालिमा के दर्शन के साथ जल से अर्घ्य प्रदान करें। अर्घ्य प्रदान करते समय उक्त मंत्र का उच्चारण अवश्य करें। हो सके तो सूर्य को अर्घ्य प्रदान करने की प्रक्रिया को केवल रविवार को नहीं अपितु अपने जीवन में प्रत्येक दिन करने की चेष्टा करें। हर दिन प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में सूर्य को मंत्रोच्चारण के साथ अर्घ्य प्रदान करने से आपकी उन्नति के दरवाजे खुल सकते है।

ऊँ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते।
अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:।।

ऊँ सूर्याय नम:, ऊँ आदित्याय नम:, ऊँ नमो भास्कराय नम:।
अर्घ्य समर्पयामि।।

2. आज के दिन अपने ललाट की भृकुटी पर लाल चंदन लगाएं अथवा हरि तिलक अवश्य लगाएं। इससे आपका मस्तिष्क शांत एवं अपने कार्य पर केंद्रित रहता है। यदि संभव हो तो इस उपाय को प्रतिदिन अपनाने की चेष्टा करें।

3. इतवार वाले दिन लाल अथवा पीले रंग के वस्त्र, माणिक्य, लाल चंदन, गेहूं, पीला मक्का आदि का जरूरतमंद एवं गरीबों में दान करें। इससे आपकी आर्थिक उन्नति के मार्ग प्रशस्त होते हैं।

4. रविवार के दिन भगवान सूर्य को लाल पुष्प अर्पित कर उनकी पूजा आराधना करें। साथ ही इस मंत्र का 21 बार अगर संभव हो तो 108 बार अवश्य ही जब करें।

ऊं घूणि: सूर्य आदित्य:।।

5. रविवार के दिन तांबे तथा पीतल की वस्तुओं, बर्तनों आदि के साथ लेन-देन करने से परहेज करें। इन्हे सूर्य ग्रह की वस्तुओं में से एक माना जाता है। इस कारण सूर्य ग्रह के दिन यानी रविवार को इन वस्तुओं का केवल दान किया जा सकता है। अतः तांबे एवं पीतल की वस्तुओं का आज दान करें।

6. रविवार को सरसों के तेल का प्रयोग अनर्गल कार्यों में ना करें। इसका तामसिक अथवा भोग विलासिता से जुड़े उपभोग हेतु प्रयोग करने से भगवान सूर्य आप पर अपने दुष्प्रभाव दिखा सकते हैं। आज के दिन सरसों के तेल, मसूर की दाल, गुड़, गेहूं आदि का गरीबों में दान करें।

7. रविवार के दिन सूर्यास्त से पूर्व अन्न का सेवन ना करें। आप आज फलाहार ले सकते हैं, साथ ही सूर्यास्त के समय भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान करने के पश्चात एक बार भोजन ग्रहण करें। इससे सूर्य ग्रह से जुड़े आपके सभी दोष समाप्त होते हैं।