आज दिनांक 11 मई 2020 ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि एवं दिन सोमवार है। विक्रम संवत् 2077 चल रहा है। आज सूर्य उत्तरायण की स्थिति में उत्तर गोलार्द्ध में मौजूद है। ग्रीष्म ऋतु है। आज चतुर्थी तिथि सुबह 06 बजकर 36 मिनट तक बनी रहेगी जिसके बाद पंचमी तिथि की शुरुआत होगी। पूर्वाषाढ़ नक्षत्र अगले दिन तड़के 04 बजकर 10 मिनट तक बना हुआ है। इसके बाद उत्तराषाढ़ नक्षत्र शुरू हो जाएगा। साथ ही आज साध्य योग अर्धरात्रोत्तर 02 बजकर 41 मिनट तक बना है, फिर शुभ योग प्रारम्भ होगा। साथ ही बालव करण भोर 06 बजकर 36 मिनट तक बना रहेगा। साथ ही आज तैतिल करण भी आरंभ होगा। वही चंद्रमा के संचार की स्थिति दिन रात धनु राशि में ही है।
सूर्योदय:- प्रातः 05 बजकर 25 मिनट पर।
सुर्यास्त:- शाम 06 बजकर 35 मिनट पर।
शुभ मुहूर्त:
शुभ मुहूर्त शुभ कार्यों की शुरुआत हेतु लाभकारी माना जाता है। आज का मुख्य शुभ मुहूर्त यानी अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक बना हुआ है। साथ ही आज विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 33 मिनट से 03 बजकर 27 मिनट तक गतिमान रहेगा।
अशुभ मुहूर्त:
अशुभ काल में सबसे बुरा राहु काल को माना जाता है। आज राहुकाल प्रातः 07 बजकर 30 मिनट से 09 बजे तक बना रहेगा जिसके बाद पुनः एक अशुभ काल यमगंड 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक बना रहेगा। प्रातः काल के बाद दोपहर 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजे तक गुलिक काल है। यह भी अशुभ समय माना जाता है। आज वर्ज्य काल दोपहर 01 बजकर 48 मिनट से 03 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। अतः समय को ध्यान में रखते हुए सतर्क एवं सावधान रहें।
मंत्र:
'ओम नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जप करें।
'ऊँ जयन्ती मङ्गलाकाली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते'।। मंत्र का पाठ करते हुए शक्ति की अधिष्ठात्री देवी दुर्गा का पूजन करें।
आज के उपाय