गृहदोष के उपाय (Grahdosh ke Upay)

Grah Dosh Ke Upay Ghar Ki Sukh Shanti Ke Samadhaan

दिनभर की व्यस्तता और थकान के बाद अगर कहीं जाकर चैन और आराम मिलता है तो वह है हमारा घर। हमारा घर दुनिया भर की संकट रूपी चिलचिलाती धूप के बीच एक लंबे सफर के मुसाफिर के लिए शीतल पेड़ के समान छाया है जो हमारे दिन भर की थकान के बाद वाली भीनी सी मुस्कान बनता है। हमारा घर यादों का सराबोर है, हर सुख दुख का साथी है। दुनिया भर की भीड़ में अपनेपन का एहसास है। यहां आपके रिश्तो की तीखी-खट्टी मिठास है। सचमुच घर तो बहुत ही खास है।

पर जब आपका यही घर आपके जीवन के कलह-क्लेश का मार्गदर्शक बन जाए, आपके मानसिक तनाव का प्रेरक बन जाए, तो हम स्वयं को असहाय महसूस करने लगते हैं। जब भी घर में नकारात्मकता फैलती है तो आपका जीना दूभर हो जाता है और यह यह आपके रिश्ते में दरार उत्पन्न करने में सहायक हो जाती हैं। कलह-क्लेश की वजह से कार्य क्षेत्र में भी आपका मन नहीं लग पाता जिससे आपकी तरक्की भी अवरुद्ध हो जाती है। कहीं आप भी इन्हीं समस्याओं से तो नहीं जूझ रहे? कहीं ऐसा तो नहीं कि गृहदोषों की वजह से आप मानसिक तनाव में डूबे हैं।

अगर ऐसा है तो अब आपको चिंता नहीं बल्कि कुछ उपाय करने की आवश्यकता है। वैसे भी कहते हैं चिंता चिता के समान होती है। तो अब आप भी मुस्कुराइए और घर की खुशहाली के लिए कुछ उपायों को अपनाएं। फिर देर किस बात की आइए आज हम जानते हैं घर से सम्बंधित दोषों की शांति व समाप्ति हेतु कुछ उपाय।

घर से सम्बंधित दोषों की शांति हेतु उपाय

  • घर की नकारात्मकता को दूर करने के लिए घर में पवित्रता को कायम करना आवश्यक होता है। इसके लिए हर दिन प्रातः काल पूजा अर्चना के बाद या फिर संध्या काल की आरती के पश्चात पूरे घर में कपूर जलाकर इसके धुँए को घर के कोने कोने तक पहुंचाए। कपूर की खुशबू पहुंचने से नकारात्मकता दूर होती है, साथ ही यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत लाभकारी है। यह कीड़े-मकोड़े आदि को घर से दूर भगाने में मददगार सिद्ध होता है। इसके अलावा गूगल, लॉन्ग, धूम आदि को जलाकर भी घर में धूप दिखाया जाता है जो सकारात्मक परिवेश बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
  • आपके भोजन का सबसे आवश्यक अंग नमक भी आपके दुर्भाग्य हो की छटा को हटाने का कार्य कर सकता है। वास्तु के अनुसार एक चुटकी नमक लेकर अपने बाएं कंधे के ऊपर से पीछे की ओर फेंकना आपके सौभाग्य के मार्ग प्रशस्त करता है, जबकि दाहिने कंधे से पीछे की ओर फेंका गया नामक आपके लिए दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियां बनाने में मददगार हो सकता है। तो इस उपाय को भी अपना कर आप अपने भाग्य को चमका सकते हैं।
  • कभी-कभी आपके दुर्भाग्य व घर के मनमुटावों का कारण दूसरों की बुरी दृष्टि भी हो सकती है। इसके लिए आपको घर के मुख्य द्वार पर घोड़े की नाल को लगाना चाहिए ताकि बुरी नजर आपके द्वार से ही वापस लौट जाए। घोड़े की नाल को आप अपने गले में भी धारण कर सकते हैं।
  • घर में क्रिस्टल का रखा जाना भी सकारात्मक परिवेश बनाने में मददगार सिद्ध होता है। इसके लिए आप घर के मध्य भाग में ऐसे स्थान पर क्रिस्टल को रखें जहां सूर्य का प्रकाश परावर्तित होकर घर में अपनी प्रकाश की किरणें बिखेर सके अन्यथा आप इसे घर की खिड़की के पास भी रख सकते हैं। घर में फैला सूर्य का प्रकाश सकारात्मक एवं पवित्र परिवेश उत्पन्न करता है।
  • घर में नित्य प्रतिदिन शंखनाद, घंटी वादन आदि करना अत्यंत शुभकारी माना जाता है। माना जाता है कि इससे सभी प्रकार के गृहदोष दूर भागते हैं एवं सकारात्मकता जागृत होती है साथ ही घर में शुद्ध वातावरण का आरंभ हो जाता है।
  • शुद्ध एवं सकारात्मक परिवेश बनाने हेतु आप ज्योतिषीय सलाह भी ले सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे धातु व तत्व निर्मित किए गए हैं जिनको धारण करने से आपके घर परिवार में सुख-शांति एवं समृद्धि बनी रहती है जिसमें काला टरमोलाइन को कुविचारों व नकारात्मक ऊर्जा उसे बचाने हेतु प्रयोग किया जाता है। वहीं गुलाबी स्फ़टिक सकारात्मकता को घर में स्थिर करता है। इसके अतिरिक्त के ऐसे कई रत्न है जो घर की सुख-शांति एवं समृद्धि को बरकरार रखने हेतु धारण किए जाते हैं। इनमें नवरत्नों का स्थान अहम माना जाता है। आप ज्योतिषिय परामर्श से इन का भी प्रयोग कर सकते हैं जैसे कि जैस्पर, काली कुमुद, तामड़ा, पेरिडॉट, माणिक्य, फिरोजा आदि-आदि।
  • घर की स्वच्छता, रसोई घर की साफ सफाई एवं घर का व्यवस्थित स्वरूप शुद्ध वातावरण उत्पन्न करता है। इसके साथ ही आप अपने घर में नियमित पूजा-पाठ, हवन, यज्ञ आदि भी करवाते रहें।

कुछ अन्य उपाय: