कहते हैं अच्छी नींद अच्छी सेहत की निशानी है लेकिन आजकल की इस भागदौड़ से भरी ज़िन्दगी में तनाव इतना बढ़ चुका है कि हर दस में से कम से कम 2 से 3 लोग नींद ना आने की वजह से परेशान हैं। आपके घर के बेडरूम में कोई वास्तु दोष है तो यह भी अच्छी नींद ना आने की एक वजह हो सकता है।
बेडरूम के खराब वास्तु की वजह से भी पलंग पर लेटने के घंटों बाद भी नींद नहीं आ पाती है। तो आइये जानते हैं कैसे इस दोष का पता चलेगा और कैसे होगा यह दूर।
अगर आपके शयनकक्ष (बेडरूम ) के ऊपर कोई पानी से जुड़ा हुआ स्रोत है तो इसकी वजह से आपके जीवन में नकारात्मकता बढ़ती है। जीवन निराशा की ओर बढ़ता जाता है। अगर आप बैडरूम के ऊपर स्तिथ पानी के स्रोत को नहीं हटा सकते हैं तो इस दोष का निवारण आप अपने बेडरूम में फॉल्स सीलिंग लगवाकर कर सकते हैं।
ज्यादातर लोग अपने सोने के कमरे में टेलीविज़न अथवा कंप्यूटर जैसी विधुतीय वस्तुएं रखते हैं। वास्तु शास्त्र में ये वस्तुएं दोषपूर्ण मानी जाती हैं। इसलिए संभव हो अपने बेडरूम में ऐसी इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं ना रखें।
अगर आपके बेडरूम में पलंग गलत दिशा में रखा हो तो यह भी वास्तु दोष का कारक बन जाता है। इस स्तिथि में पलंग पर सोने वाले लोगों को सुकून से नींद नहीं आ पाती। मन बेचैन रहता है। इस दोष को सुधारने के लिए आपके पलंग का सिरहाना पूर्व दिशा अथवा दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए। मेहमानों के कमरों में आप पलंग का सिरहाना पश्चिम दिशा की तरफ भी किया जा सकता है।
अगर सोते समय आप अपने सिर के पीछे की ओर उपलब्ध खिड़की को बंद करके सोएं। अगर आप यह खिड़की खुली रखकर सोते हैं तो रात डरावने सपनों की वजह से आपकी नींद टूट सकती है।
सोने के कमरे में पलंग कभी भी दरवाजे के सामने नहीं होना चाहिए। ऐसी स्तिथि में वास्तुदोष पैदा होता है। अगर पलंग दरवाजे के सामने रखने की मजबूरी है तो दरवाजे पर पर्दा लगाने से वास्तु दोष से बचा जा सकता है।
अपने शयनकक्ष में कभी भी झरने, पहाड़ अथवा पानी की तस्वीरें ना लगाएं। ऐसी फोटो नींद में बाधा उत्पन्न करती हैं।