मनुष्य जीवन व्यतीत करने के लिए संसार में धन, हवा पानी की तरह आवश्यक है। जिस प्रकार बिना हवा और जल के व्यक्ति का जीवन दुर्लभ है, उसी प्रकार तत्कालीन परिस्थितियों के अनुसार धन के अभाव में जीवन संभव नहीं है। हर व्यक्ति को भोजन करने के लिए रोटी, रहने के लिए छत, पहनने के लिए वस्त्र, शिक्षा हेतु पढ़ाई की व्यवस्था आदि की अत्यंत ही आवश्यकता है, और इन आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु धन सबसे अधिक महत्वपूर्ण तत्व है।
संतान की पूर्ति हेतु हम क्या कुछ नहीं करते, दिन-रात मेहनत करते हैं, खून पसीना बहाते हैं, अपनों से दूर जाते हैं, अपनी एवं अपने अपनों के लिए जीना भुला देते हैं। अपनी आर्थिक व्यवस्था की सुदृढ़ता हेतु हम निरंतर अथक प्रयास में लगे रहते हैं। कई बार बड़े से बड़े खून खराबे की वजह भी धन बन जाता है, तो कई बार यह पारिवारिक कलह-क्लेश की वजह भी है बनता है। इसलिए हम गुणकारी, स्वार्थ-परख तत्व संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या को हम सहन नहीं कर पाते हैं।
जब अत्यंत मेहनत करने के बावजूद भी हमें उचित धन की प्राप्ति नहीं हो पाती है, अथवा धन प्राप्ति में प्रयास करने के बावजूद भी सफलता नहीं मिलती है, किसी ना किसी प्रकार की अड़चन आ ही जाती है, तो हमें समझ लेना चाहिए कि यहाँ मामला अब हमारे हाथों से परे हैं। अवश्य ही यह आपकी कुंडली ग्रह गोचरों की स्थिति अथवा के पूर्व जन्म के बुरे कर्मों का नतीजा है कि आपके प्रयास करने के बावजूद भी सफलता नहीं मिल पा रही हैं।
इस मामले में ज्योतिष शास्त्र यह कहता है कि कई बार इन सबके अतिरिक्त हमारी वजह से हमसे अनजाने में कुछ ऐसा हो जाता है जो धन प्राप्ति के मार्ग बंद करने का कार्य करता है। हमारे द्वारा अनजाने में कई बार कुछ ऐसी भूल-चूक अथवा गलतियां हो जाती हैं जिसकी वजह से आर्थिक मामले में अनेकानेक प्रकार की समस्याएं आती हैं। इन अनेकों भूल-चूक में से कुछ अहम भूल-चूक जो प्रायः लोगों से हो जाती है, इसके संबंध में आज हम आपको बताएंगे।
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यहाँ आज हम आपको ऐसी कुछ तथ्यों के संबंध में बताएंगे, जिस पर आप को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि आपसे यह गलतियां ना हो एवं आपको आर्थिक नुकसान झेलना ना पड़े और साथ ही आप किसी भी प्रकार के आर्थिक संकट हो का सामना करने से बचे रहे।
इस स्थान पर ना रखें कभी भी श्री गणेश की प्रतिमा
वास्तु शास्त्र यह वर्णित है कि घर में श्री गणेश जी की मूर्ति रखने से शुभ-लाभ एवं धन संबंधी कभी भी समस्या उत्पन्न नहीं होती। जातक के जीवन में रिद्धि-सिद्धि सदैव बरकरार रहती हैं। किंतु कई बार पूर्ण जानकारी ना होने के कारण जातक कहीं भी घर में गणेश जी की मूर्ति को स्थापित कर देते हैं जो उनके लिए लाभ की जगह हानि की स्थिति उत्पन्न करता है।
वास्तु के अनुसार घर में गणेश जी की मूर्ति को इस प्रकार स्थापित करना चाहिए कि उनका मुख घर के अंदर की तरफ हो। गणेश जी के मुख का घर के बाहर की तरफ होना धन हानि को दर्शाता है। इसलिए इन छोटी बातों का विशेष ख्याल रखें, तभी धन-सम्पत्ति में लाभ संभव होता है।
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घर को रखें साफ-सुथरा
वास्तु शास्त्र हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीजों को मानता है। वास्तु के अनुसार हमारे जीवन की सभी क्रियाकलाप, आसपास की वस्तुएं, घटनाएं सभी का प्रभाव हमारे भूत, भविष्य और वर्तमान पर पड़ता है। वास्तु शास्त्र में ऐसा माना जाता है कि हमें अपने घर के आसपास की सभी चीजों की बेहतरीन तरीके से साफ-सफाई रखनी चाहिए। चूँकि ना सिर्फ ज्योतिष शास्त्र, अपितु धर्म, विज्ञान एवं अन्य ग्रंथों में भी निहित है कि लक्ष्मी साफ-सुथरे एवं स्वस्थ जगह पर ही वास करती है, इसलिए अपने घर को साफ सुथरा रखें।
पैरों की रखें विशेष तौर पर सफाई
प्रायः लोग साफ सफाई के मामले में अपने शरीर, कपड़े, कमरे आदि की साफ-सफाई तो रखते हैं किंतु हम अपने पैरों को नजरअंदाज कर देते हैं। अपने पैर की स्वच्छता, साफ-सफाई आदि पर अधिक ध्यान नहीं देते। किंतु वास्तु शास्त्र का ऐसा मानना है कि जो व्यक्ति अपने पैरों का ख्याल नहीं रखते हैं, जिनके पैर अधिक गंदे रहते हैं, उनके मान-सम्मान में तो कमी आती ही है, साथ ही उनके धन वैभव में दिन-प्रतिदिन ह्रास होता है। इसके अलावा किसी न किसी प्रकार की समस्याएं उनके जीवन में हमेशा बनी रहती है। अतएव अपने चेहरे की सुंदरता की साथ-साथ पैरों की स्वच्छता का भी ख्याल रखें।
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इस तरफ कभी भी ना रखें पीने के पानी के स्रोत
प्रायः हम घर में पानी रखने की दिशा पर ध्यान नहीं देते हैं। व्यक्ति को सदैव अपने घर के उत्तर-पूर्व की दिशा में पीने के पानी का स्थान रखना चाहिए। इससे शुभ एवं सकारात्मक प्रभाव बने रहते हैं। अन्य दिशाओं में घड़ा या सुराही का रखा जाना अशुभकारी परिणाम दर्शाता है। माना जाता है कि इससे दुर्भाग्य का आरंभ होता है एवं आये दिन धन संबंधित समस्या बनी रहती है। अतः उचित दिशा में घड़ा-सुराही अथवा पानी के अन्य स्रोत को रखें ताकि माता लक्ष्मी की कृपा दृष्टि सदैव आप पर बनी रहे।
इन वस्तुओं को रसोई में रखने से आती है समस्याएं
वास्तु शास्त्र में जिस प्रकार घर की सभी वस्तुओं की दिशा को दर्शाया गया है, उसी प्रकार वास्तु के अनुसार किसी भी व्यक्ति को अपने घर की रसोई घर में पानी से जुड़े आकर्षण के सामान (शोपीस) या फिर पानी की तस्वीर जैसी किसी चीजों को नहीं लगाना चाहिए। इसको आपके लिए शुभकारी नहीं माना जाता है।
वास्तु शास्त्र में यह वर्णन किया गया है कि जो भी जातक अपनी रसोई घर में ऐसी वस्तुएं या तस्वीर रखते हैं, उनके घर के सदस्यों को आये दिन स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं आती रहती हैं, साथ ही धन संबंधी समस्या भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जाती है। इसकी वजह से आर्थिक मामलों में रुकावट का सामना करना पड़ता है।
पैसों को कभी न रखें इस दिशा में
वास्तु शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को अपने धन रखने की दिशा का भी ख्याल रखना चाहिए। आप जिस भी अलमारी अथवा तिजोरी में धन रखते हैं, उसे कभी भी उत्तर की दीवार की ओर से लगाकर न रखें। इससे आप की तिजोरी अथवा अलमारी का मुंह दक्षिण की दिशा दक्षिण की ओर खुलेगा।
दक्षिण की दिशा सदैव धन हानि के योग बनाने का कार्य करती है। अतः आप अपने अलमारी की दिशा पर ध्यान दे। आप अलमारी अथवा तिजोरी आदि को पश्चिम की दिशा की दीवार से लगा कर रखें, ताकि अलमारी का मुंह हमेशा पूर्व की दिशा में खुले। इससे आप पर लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी एवं जीवन में आपको कभी भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।