धनु राशि को राशि चक्र के नौवें स्थान पर माना जाता है। इस राशि का चिन्ह आधा मानव जो कि हाथ में धनुष लिए हुए है, तथा आधा घोड़ा है। ये चिन्ह इनके उद्देश्य या लक्ष्य को लेकर दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। ये बहुत ही गतिशील व समाजप्रेमी होते हैं। गुरु ग्रह इस राशि का स्वामी होता है। ये अपने समाज के लिए बहुत कुछ करते हैं। इन्हें खाली बैठना बिल्कुल भी पसंद नहीं होता है। ये किसी भी ग्रुप/टीम का नेतृत्व करने व उसे रास्ता दिखाने में पूर्ण रूप से सक्षम होते हैं। इनके अंदर हर चीज़ को लेकर उत्साह होता है। इन्हें किताबों से प्रेम होता है, इसलिए ये हर समय अध्य्यन/पढ़ाई में लगे रहते हैं और नए-नए ज्ञान का अनुसरण करते रहते हैं। ये बहुत ही सीधे व शांत प्रवृत्ति के होते हैं। ये हमेशा सत्य का पक्ष लेते हैं और सत्य पर अडिग रहते हैं।
शरीर की आकृति
गुण/खूबियां
कमी/कमजोरी
नौकरी/करियर
ये लोग अपने उद्देश्य या लक्ष्य को लेकर बहुत ही सचेत व सावधान रहते हैं। धनु राशि के व्यक्तियों को इनके लक्ष्य से ध्यान हटाना या भटकाना बहुत ही कठिन होता है इन लोगों का अपने कार्य वाले स्थान पर, जहां ये व्यवसाय करते हैं तथा समाज में, बहुत सम्मान दिया जाता है तथा इन्हें बहुत ही आदर-सत्कार मिलता है।
ये लोग अपने मधुर वचनों तथा तर्कपूर्ण बातों से अपने साथियों तथा अपने से बड़े लोगों को बहुत ही संतुष्ट व खुश रखते हैं। इनकी पढ़ाई के लिए होटल मैनेजमेंट, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान तथा कॉमर्स आदि विषय अच्छे रहते हैं तथा यदि व्यवसाय/नौकरी की बात करें तो इन लोगों के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, बैंकिंग क्षेत्र, वकील, अध्यापक, राजनेता तथा प्रधानाध्यापक का पद बहुत ही अच्छा रहता है, जो बहुत ही सफल होता है। ये लोग अपने जीवन में बहुत ही तरक्की करते हैं और अपना नाम बनाते हैं।
प्रेम जीवन
वैसे तो ये लोग प्रेम आदि में अधिक विश्वास नहीं करते, इन्हें सिर्फ अपने आप से तथा अपने समाज से मतलब होता है। पर फिर भी यदि इनके प्रेमी की बात की जाए तो, इन्हें अपनी उम्र से छोटी उम्र के लोग पसंद आते हैं और इनका प्रेम आगे चलकर/भविष्य में सफल होता है।
इन्हें कर्क, वृश्चिक, मीन, मेष तथा सिंह राशि के लोगों में से ही किसी एक से प्रेम होता है जो बहुत समय तक चलता है। ये लोग प्रेम को लेकर बहुत ही भावुक होते हैं। कभी-कभी इनका ये भावुकपन प्रेम के विषय में इन्हें असफल बना देता है। ये खुले व स्वतंत्र विचारों को जीने वाले होते हैं, इसलिए इन्हें अपने जैसे स्वभाव के व्यक्ति ही पसंद आते हैं। इनका व्यक्तित्व ऐसा होता है कि लोग इनकी तरफ आकर्षित होते हैं। इन्हें प्रेम का दिखावा करना कतई भी पसंद नहीं होता है। ये बहुत ही अच्छे जीवनसाथी साबित होते हैं, इन लोगों को संतान की बहुत जल्दी नहीं होती है। ये अपने साथी का बहुत सम्मान करते हैं।
वैवाहिक जीवन
धनु राशि का जीवनसाथी इनसे थोड़ी सी कम उम्र का होता है। ये लोग अपने बीच प्रेम को बरकरार रखते हैं और इनका विवाह वृश्चिक, मीन, मिथुन तथा मेष राशि वालों के साथ होता है जो बहुत ही सफल होता है। ये अपने जीवनसाथी को हर बात प्यार से समझाते हैं। इनकी थोड़ी-बहुत खट्टी-मीठी, नोक-झोंक होती रहती है जो इनके बीच प्रेम को बनाये रहती है। इनको संतान की कोई जल्दी नहीं होती है। ये अपने साथी को पूरा समय देते हैं तथा भविष्य में इनकी संतान इनके नाम व सम्मान को बनाये रखती है और ये अपने बच्चों से बहुत ही खुश रहते हैं।
आर्थिक जीवन
इनके जीवन में पैसे की कोई समस्या नहीं होती है, और जब भी होती है, तो इनका मानना है कि इनके भगवान् इनकी हमेशा सहायता करते हैं और इन्हें मार्ग बताते हैं। ये अपने बच्चों से बहुत प्यार करते हैं, इसलिए अपने बच्चों की हर ख्वाहिश को पूरा कर उनकी खुशी देख कर इन्हें बहुत सुकून मिलता है। ये धन कमाने के लिए कभी भी गलत राह को नहीं चुनते हैं। हमेशा ये लोग अपनी मेहनत व बल से ही पैसा कमाते हैं और उसका आदर करते हैं।
दोस्त/मित्र
इन लोगों की मित्रता कर्क, मीन, मेष, सिंह तथा वृश्चिक राशि के जातकों से बहुत अच्छी होती हैं जो सालों-साल या कह सकते हैं कि उम्रभर चलती है।
शुभ रत्न: पुखराज
शुभ अंक: इनके लिए शुभ अंक 6 होता है।
शुभ दिन: इनका गुरु ग्रह स्वामी होने के कारण इनके लिए गुरुवार का दिन शुभ होता है।
तत्व: अग्नि
शुभ/भग्यशाली उम्र: 18 से 37 वर्ष की उम्र इन जातकों के लिए शुभ होती है।
शुभ रंग: लाल