वृश्चिक राशि को राशि चक्र के आठवें स्थान पर रखा गया है। इस राशि का चिन्ह बिच्छू होता है। मंगल ग्रह इस राशि का स्वामी होता है। वृश्चिक राशि के लोग अपनी विनम्रता व शांतिपूर्ण व्यवहार के कारण जाने जाते हैं। वे बाहर से शांत होने के साथ-साथ अंदर से नम्र व कोमल से हृदय के होते हैं। ये हर मनुष्य को समान मानते हैं और इनके लिए जाति, धर्म में कोई अंतर नहीं होता। ये सबको एक ही ईश्वर का अंश मानते हैं और सबसे प्रेमपूर्वक व्यवहार करते हैं जिससे लोगों को ये बहुत पसंद आते हैं। और यही कारण होता है कि लोग इनकी तरफ आकर्षित होते हैं। ये लोग नम्र बहुत ही स्वभाव होते हैं, परंतु यदि परिस्थिति इनके अनुकूल न हो तो ये बहुत गुस्सैल स्वभाव के भी हो जाते हैं। यदि कोई इनके साथ कुछ गलत करता है, तो ये उसका बदला भी जरूर लेते हैं।
व्यक्तिगत विशेषतायें
इनका स्वभाव संवेदनशील होता है। ये देखने में बाहर से थोड़े कठोर तथा अंदर से कोमल स्वभाव के होते हैं। ये अपने जीवन में बहुत सफलता पाते हैं और ये कभी भी हार नहीं मानते। इन्हें हराना आसान बात नहीं है, चाहे कैसी भी परिस्थिति हो, लेकिन इनका प्रभाव सामने वाले मनुष्य पर अवश्य रह ही जाता है। इनके शत्रु बहुत होते हैं, परंतु कोई भी शत्रु इन्हें कोई हानि या चोट नहीं पहुंचा सकता है।
ये लोग जैसे को तैसा वाले मुहावरे में विश्वास रखने वाले होते हैं। ये अपने उद्देश्य के लिए जीवन में बहुत मेहनत करते हैं और अपने उद्देश्य को पूरा करके ही मानते हैं। ये परम्पराओं को ज्यादा नहीं मानते हैं। इन्हें चुनौती देना अच्छा लगता है, क्योंकि इन्हें अपने ऊपर पूरा विश्वास होता है कि ये हर चुनौती को पार कर लेंगे। इनका स्वभाव महत्वाकांक्षी होता है। ये लोग ऐसे व्यक्तियों को अच्छा सबक सिखाते हैं, जो लोग किसी का अपमान करते हैं या बेईमानी करते हैं। इन्हें छुआ-छूत से होने वाले सभी रोगों से बहुत भय रहता है।
इन्हें हर प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना बहुत पसंद होता है। ये अधिकतर अपने प्रतिद्वन्दी या शत्रु को हरा देते हैं, और इनकी जीत होती है। वृश्चिक राशि के जातक धैर्यवान, हर कला में निपुण तथा अपने विचारों को मानने वाले होते हैं। इन्हें अपने विषय में किसी और की राय लेना अच्छा नहीं लगता तथा ये लोग कभी-कभी बिना किसी गलती/वजह के संकट/संघर्ष में आ जाते हैं। ये अच्छे राजनैतिज्ञ या नेता साबित होते हैं। ये अपने हर उद्देश्य या सपने को पूरा करने के लिए किसी भी प्रकार की मुसीबत उठा सकते हैं।
शरीर की आकृति
गुण/खूबियां
कमी/कमजोरी
प्रेम जीवन/प्रेमी
वैवाहिक जीवन
इस जाति के लोग अपने साथी से बहुत प्रेम चाहते हैं। इनके लिए कर्क, मीन तथा वृश्चिक राशि के जीवन साथी बहुत भाग्यशाली होते हैं। ये अपने जीवन साथी को हर खुशी देते हैं और उनकी हर इच्छा को पूरा करते हैं। ये अपने साथी को हर मुसीबत से बचाते हैं। कभी-कभी इनके बीच कहासुनी हो जाती है, परंतु ये लोग अपने बीच प्रेम को बरकरार बनाये रखते हैं और छोटी-मोटी लड़ाइयों को भूल जाते हैं।
नौकरी/व्यापार
वृश्चिक राशि के लोगों की शिक्षा के लिए विज्ञान, पत्रकारिता, प्रबंधन, राजनीति शास्त्र, ज्योतिष तथा वाणिज्य आदि के क्षेत्र कामयाबी पाने वाले होते हैं। ये अपने जीवन में बहुत तरक्की करते हैं। इनके लिए मुख्य व्यवसाय जैसे- औषधि, इलेक्ट्रॉनिक यंत्र, रसीले पदार्थों तथा तेल आदि के उद्योग सफल रहते हैं।
आर्थिक जीवन
इन्हें कभी भी आर्थिक समस्या नहीं होती और कभी ऐसा होता भी है, तो वह जल्द ही टल जाती है। ये जो भी चाहते हैं, इन्हें अवश्य मिलता है। इनके पास कभी भी धन आदि की कमी नहीं होती। ये लोग अपनी कड़ी मेहनत और ईमानदारी से धन कमाते हैं और ये मेहनत से कमाये गए धन का बहुत सम्मान व प्यार करते हैं।
गृहस्थ जीवन
ये अपने घर-परिवार के सदस्यों से बहुत प्यार करते हैं और उनका बहुत सम्मान करते हैं। इनके घर के सदस्य व मित्र विश्वासपात्र होते हैं। ये अपने घर के लोगों की इच्छा का सम्मान कर उन्हें पूरा करते हैं। ये अपने परिवार की जिम्मेदारी उठाने की हिम्मत भी रखते हैं। स्वतंत्र स्वभाव के होने के कारण ये किसी भी व्यक्ति के अधीन होना पसंद नहीं करते हैं।
दोस्त/मित्र
स्वास्थ्य / खान-पान
इन्हें अधिकतर गुप्त रोग या रक्त विकार संबंधी समस्या रहती है। इन्हें पाचन संबंधी समस्या भी होती रहती है, इसलिए इनका खान-पान अच्छा होना चाहिए। इन्हें अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। यदि गर्म पानी पिया जाए तो बहुत लाभकारी साबित होगा। इनके लिए प्याज़, गाजर, फूलगोभी, सरसों, नारियल तथा हरी सब्जियों का सेवन लाभदायक होता है। इसके द्वारा इनकी सेहत बहुत अच्छी रहती है। इन्हें प्रोटीन की मात्रा अधिक लेनी चाहिए।
शुभ रत्न: मूंगा
शुभ अंक: इनके लिए 9 अंक की श्रृंखला वाली 9, 18, 36, 45, 63 आदि संख्याएं भाग्यशाली होती हैं।
अशुभ अंक: 4 और 5 अंक इनके लिए अशुभ होता है।
शुभ दिन: मंगलवार, सोमवार, गुरुवार, रविवार
शुभ रंग: लाल, मटमैला