8. विवाह सम्बंधित होंगी सभी परेशानियां दूर: अगर आप के विवाह के योग नहीं बन रहे हैं, अथवा किसी भी प्रकार की ग्रह गोचरों की अशुभ स्थिति के कारण या अन्य परिस्थितियों के कारण समस्याएं आ रही हैं, या फिर आपके वैवाहिक जीवन में आये दिन किसी न किसी प्रकार का क्लेश बना रहता हो, तो इसके निवारण हेतु आप गुरुवार के दिन गोल सुपारी में हल्दी, कुमकुम और चावल का टीका लगाकर इसके ऊपर मौली लपेटे। तत्पश्चात इसे भगवान विष्णु-लक्ष्मी के मंदिर में जाकर कहीं छुपा कर चुपचाप रख कर वापस आ जायें। जो जातक अविवाहित हैं, वह इसे अपने हाथों से करें और जो विवाहित जातक हैं, जिनके वैवाहिक जीवन में समस्या आ रही हैं, वे भी इसे स्वयं करें। इससे आपके दांपत्य जीवन में अथवा विवाह से संबंधी समस्याओं का निदान होगा। ध्यान रहे जब आपकी समस्याएं समाप्त हो जाए, तो अपने जीवनसाथी के साथ मंदिर जाकर सुपारी को लाएं और अपने जीवनसाथी के साथ इसे किसी जलाशय या फिर पवित्र नदी आदि में प्रवाहित कर दें।
9. कार्य होंगे बिना भय के संपन्न: अगर आपके घर में कोई मांगलिक कार्य होने जा रहा है और आपको इस मांगलिक कार्य को लेकर मन में कोई भय है अथवा विघ्न आने की संभावना लग रही हो, तो कार्य के निर्भय एवं शुभ लाभ के साथ संपन्न होने हेतु एक गोल सुपारी लेकर उसमें अपने मन की मुराद बोल दे, तत्पश्चात इसे लाल कपड़े में बांधकर कहीं छुपा कर रख दें। जब कार्य भली-भांति बेहतरीन तरीके से संपन्न हो जाए तो सुपारी को गणेश जी के मंदिर में जाकर रख दे।
10. सकुशल होगी घर वापसी: घर से यदि कोई दूर किसी शुभ कार्य हेतु यात्रा पर जा रहा हो तो उसके कार्य के शुभ संपन्न होने हेतु तथा सकुशल घर वापसी अर्थात आगमन हेतु घर के तुलसी के पौधे के गमले में उस जातक के घर से यात्रा वाले दिन एक सुपारी को गाड़ दें और जब वह जातक घर सकुशल कार्य संपन्न कर वापस आ जाए तो उस सुपारी को गमले से निकालकर गंगा जल से धो लें। तत्पश्चात इसे किसी भी मंदिर में अथवा अपने पूजा घर में इष्ट के समीप चढ़ा दे।
11. बुरी नजर / स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियां होंगी समाप्त: यदि आप को प्रायः बुरी नजर लग जाती हो अथवा किसी न किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित समस्या बनी रहती हो या आपके अनेकानेक शत्रु हो जो आपके लिए आये दिन किसी न किसी प्रकार के षड्यंत्र रचते रहते हो, तो इन सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति हेतु बुधवार के दिन एक अखंड गोल सुपारी लेकर अपने ऊपर से इसे सात बार उतार कर हवन कुंड में डाल कर हवन यज्ञ कर लें। इससे आपके जीवन की सारी बुरी बलायें दूर होंगी एवं आप हष्ट पुष्ठ, स्वस्थ व प्रसन्न रहेंगे।